नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन: जानिए आपकी हेल्थ आईडी क्या काम करेगी?

 

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन:

15 अगस्त 2020 को लाल क़िले की प्राचीर से जब प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया तो उसमें आमजन के स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ योजनाएँ थीं उनमें से एक योजना थी राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन। चलिए इसके विषय में जानते हैं। 

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकार की योजना है कि तकनीक को स्वास्थ्य योजनाओं में जोड़ा जाए जिससे कि मरीज़ों का रिकॉर्ड रखने में आसानी हो और एक क्लिक पर डॉक्टर जान पाएँ कि मरीज़ को पहले क्या बीमारी थी और उसने कितने समय तक कहाँ कहाँ इलाज लिया। 

यह डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा, जिस पर सभी भारतीय व्यक्तिगत रूप से पंजीकृत होंगे और सभी को यूनिक हेल्थ आईडी प्रदान की जाएगी।

हालाँकि ये अभी योजना का प्रारूप है और सरकार जल्द ही इस योजना का शुभारंभ करेगी। 

इस प्रणाली के स्तंभ क्या हैं:

इस प्रणाली के चार प्रमुख स्तंभ होंगे

1. स्वास्थ्य आईडी,

2. व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड,

3. डिजी डॉक्टर और

4. स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री।

स्वास्थ्य आईडी एक डिजिटल "स्वास्थ्य खाता" जैसा होगा जिसमें उपयोगकर्ता के सभी विवरण होंगे जैसे उपयोगकर्ता के व्यक्तिगत विवरण, उसकी बीमारियों का इतिहास, अतीत में उसे मिला इलाज, उसके द्वारा करवाई गई जांच। इससे डॉक्टर को बहुत आसानी से उसके पुराने इलाज की जानकारी मिल जाएगी। 

क्या मेरा स्वास्थ्य आईडी होना अनिवार्य है:

सरकार का कहना है कि डिजिटल स्वास्थ्य के लिए यह अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन उन्हें विश्वास है कि इस एप्लिकेशन पर अधिक  से अधिक लोगों को जोड़ा जा सकेगा। 

 इस मिशन की मुख्य विशेषताएं:

• स्वास्थ्य आईडी बनाना उपयोगकर्ता का निर्णय होगा, यह अनिवार्य नहीं है।

• स्वास्थ्य Id प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए अद्वितीय होगा।

• स्वास्थ्य Id फोन नंबर या आधार नंबर से जुड़ा होगा।

• स्वास्थ्य Id में व्यक्तिगत डेटा और उपयोगकर्ता के सभी प्रासंगिक स्वास्थ्य संबंधी डेटा होंगे।

• स्वास्थ्य Id का उपयोग सरकारी अस्पताल, निजी अस्पतालों, डायग्नोस्टिक सेंटर, पैथोलॉजी लैब द्वारा किया जाएगा और बाद को चरणों में इससे फार्मेसियों को भी जोड़ा जाएगा

• व्यक्तिगत स्वास्थ्य डेटा प्रदान करना उपयोगकर्ता का निर्णय होगा, उपयोगकर्ता द्वारा सत्यापन के बिना कोई डेटा नहीं लिया जाएगा।

• सभी उपयोगकर्ताओं का डेटा एजेंसियों द्वारा सुरक्षित और निजी रखा जाएगा और उपयोगकर्ता की अनुमति के बाद ही साझा किया जाएगा।

• डिजिटल स्वास्थ्य मिशन को निम्नलिखित राज्यों में पायलट परियोजना के रूप में शुरू किया जाएगा:

1. अंडमान और निकोबार द्वीप

2. दादरा नगर और हवेली

3. चंडीगढ़

4. पुडुचेरी

5. दमन और दीव

6. लद्दाख


स्रोत: 

The firstpost

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